कक्षा 9वी हिंदी का सॉल्व पेपर क्लास 9th हिंद

प्र.1 सही विकल्प का चयन कर लिखिए

(i) रसखान करील के कुंजों पर क्या न्यौछावर करने को तैयार है?

 (अ) गायें।                            (ब) सारी खेती-बाड़ी

      (स) सोने-चाँदी के करोड़ों महल।  (द) सभी पुस्तकें

 उत्तर :- (स) सोने-चाँदी के करोड़ों महल।

(ii) ग्रामीण जीवन पूर्ण रूप से आश्रित होता है –

      (अ) कारखानों पर ।          (ब) कृषि पर

      (स)  सरकारी नौकरी पर    (द) इनमें से कोई नहीं

उत्तर :-    (ब) कृषि पर।  

(iii) एक ही वर्ण की एक से अधिक बार आवृति हो वहाँ अलंकार होता है

     (अ) यमक।                       (ब) अनुप्रास

     (स) श्लेष।                         (द) उपमा

उत्तर:-      (ब) अनुप्रास।  

(iv) किस पक्षी ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया?

     (अ) कबूतर।                     (ब) मैना

     (स) गौरैया।                      (द) कोयल  

उत्तर :-   (स) गौरैया।         

(v) रंगीला शब्द में प्रत्यय है

     (अ) रंग।                         (ब) ईला

     (स) ला।                          (द) रं

उत्तर:-  (ब) ईला। 

(vi) सन् 1967 में पुनपुन का पानी घुस गया था

     (अ) अशोक नगर में।          (ब) राजेन्द्र नगर में

     (स) पुष्पा नगर में।             (द) अमर नगर में

उत्तर :-  (ब) राजेन्द्र नगर में।  

प्रश्न 2 .  उचित शब्दों का चयन कर रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए-

(1) ललद्यद साँसों के कच्चे धागे से आत्मा रूपी ..………………… रही है। (नाव/जीवन)

उत्तर:- नाव

(ii) खण्डकाव्य में जीवन के……………… का चित्रण होता है। (एक अंश/सम्पूर्ण)

उत्तर:- एक अंश

(i) रस के ……….. प्रकार है। (दस/आठ)

उत्तर :- दस 

(iv) गधे का एक छोटा भाई है उसका नाम ………… है। (बैल/घोड़ा)

उत्तर:- बैल 

(v) सदाचार का विलोम.…………… है। (दुराबार/अत्याचार)

उत्तर:- दुराचार 

(vi) मेरे नाना पक्के…………….. माने जाते हैं। (साहब/नायक)

उत्तर:- साहब

प्र.३. निम्नलिखित कथनों के समक्ष सत्य, या असत्य लिखिए –

(i) माखन लाल चतुर्वेदी की रचना साहित्य देवता है।

उत्तर:- सत्य

(i) मात्रिक छन्दों में वर्णो की गणना की जाती है।

उत्तर:- असत्य

(m) हुजूम का अर्थ जन समूह है।

उत्तर:- सत्य

(iv) मगोलों का मुँह लाल होता है।

उत्तर:- सत्य

(v) वे शब्द जो संस्कृत से अपरिवर्तित रूप में हिन्दी में ग्रहण किए गए है. तदद्भव कहलाते हैं।

उत्तर:- असत्य

(vi) विभीषिका से तात्पर्य भयंकरता से है।

उत्तर:- सत्य 

प्र4 सही जोड़ी का मिलान कर लिखिए –

स्तम्भ (अ)                                   स्तम्भ (ब)

(1) ग्राम श्री                           (क) जुगुप्सा (घृणा)

उत्तर:- (ग) सुमित्रा नन्दन पंत

(ii) वीभत्स रस का स्थाई भाव (ख) प्रेमचन्द के फटे जूते  पर।

उत्तर:-    (क) जुगुप्सा (घृणा)

(iii) लेखक की नजर अटक गई  (ग) सुमित्रा नन्दन पंत

उत्तर:- (ख) प्रेमचन्द के फटे जूते  पर।

(iv) मनोरथ                            (घ) विसर्ग सन्धि

उत्तर:-    (घ) विसर्ग सन्धि

(v) रचना के आधार पर वाक्य    (ङ) जगदीश चंद्र माथुर

उत्तर:- (च) तीन

(vi) रीढ़ की हड्डी                      (च) तीन

उत्तर:-(ङ) जगदीश चंद्र माथुर

प्र.5 एक वाक्य में उत्तर लिखिए –

(i) ज्ञान की तुलना किससे की गई है?

उत्तर:- आंधी  या हाथी से

(ii) काव्य के कितने भेद होते हैं? नाम लिखिए।

उत्तर:- काव्य के 2 भेद होते हैं 1.दृश्य काव्य 2. श्रव्य काव्य 

(iii) श्यामाचरण दुबे ने किस विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. की उपाधि प्राप्त की?

उत्तर :- नागपुर विश्वविद्यालय से 

(iv) लोक में प्रचलित उक्ति क्या कहलाती है?

उत्तर:- लोकोक्ति 

(v) साक्ष्य पत्रिका के विशेषांक का नाम क्या है?

उत्तर:- ‘ नदियों की आग ‘

(vi) इस जल प्रलय में पाठ में बाढ़ के पानी को क्या कहा गया है?

उत्तर :- मृत्यु का तरल दूत 

प्र.6 पद्य साहित्य के इतिहास को कितने कालों में बाँटा गया है? नाम एवं समय सीमा लिखिए।

उत्तर:- पद साहित्य के इतिहास को चार भागों में बांटा गया है 

1.आदिकाल (वीरगाथा काल )     (संवत 1050 से संवत 1375 तक )

2.भक्तिकाल (पूर्व मध्यकाल)   (संवत 1375 से 1700 तक ) 

3.रीतिकाल ( उत्तर मध्यकाल )  (संवत 1700 से 1900 तक ) 

4.आधुनिक काल (अद्यतन काल)  (संवत 1900 से अब तक ) 

अथवा

नई कविता की दो प्रमुख विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर:- नई कविता की दो प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हे 

1. आधुनिकता की अभिव्यक्ति – आधुनिकता नई कविता के केंद्र में स्थित हे 

2. शिल्पगत नवीनता – नयी कविता के कवि द्वारा नये प्रतिमानों अपनाया जाता है 

प्र. 7 ‘रसखान’ अथवा ‘माखन लाल चतुर्वेदी के भाव सौन्दर्य की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर :- 1.रसखान 

रसखान के भाव सौंदर्य की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हे 

1. रसखान जी कृष्ण और कृष्ण-भूमि के प्रति कवि का अनन्य समर्पण भाव हे 

2. रसखान जी ने अपने काव्य में प्रेम का स्पष्ट रूप से चित्रण किया है 

3. रसखान की कविता में प्रेम और भक्ति का गहन स्पष्ट भाव हे 

**माखनलाल चतुर्वेदी 

माखन लाल चतुर्वेदी के भाव सौंदर्य की दो विशेषताएँ निम्नलिखित है—

1. माखनलाल चतुर्वेदी की कविताओं में देशभक्ति और समाज की जागरूकता का भाव स्पष्ट दिखाई देता है

2. उनकी कविताओं में समाज की बुराइयों और अन्याय की कड़ी आलोचना की

3. देश प्रेम की भावना से उठ-फ्रोध है उनकी कविता

प्र.8 ज्ञान की आँधी का भक्त के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है?

उत्तर:- ज्ञान की आंधी आने से उसके मन से सारे भ्रम दूर हो जाते हैं और भक्त के मन के सारे पाप धुल जाते हैं जिससे वह मोह माया  धन तृष्णा  और को कुबुद्धि के विकार खत्म हो जाते हैं . 

अथवा

कवयित्री ललद्यद का घर जाने की चाह से क्या तात्पर्य है?

उत्तर:- कवयित्री ललद्यद का घर जाने की चाह से तात्पर्य है कि परमात्मा से मिलन होना और मोक्ष की प्राप्ति का होना है | 

प्र.9 कवि माखन लाल चतुर्वेदी को कोयल से ईर्ष्या क्यों हो रही है?

उत्तर:- कवि माखन लाल चतुर्वेदी को कोयल से ईर्ष्या इसलिए  हो रही है क्योंकि कवि जेल में बंद है और कोयल आजाद हे | 

अथवा

कवि. पंत ने गाँव को हरता जन-मन क्यों कहा है?

उत्तर :- कवि. पंत ने गाँव को हरता जन-मन कहा है क्योंकि गांव का वातावरण अत्यंत मनमोहक हे और यह गांव का प्राकृतिक वातावरण बहुत सुंदर लगता है 

प्र.10 महाकाव्य और खण्डकाव्य में कोई दो अंतर लिखिए।

उत्तर :- महाकाव्य और खण्डकाव्य में कोई दो अंतर

महाकाव्य                 

1. महाकाव्य में नायक के संपूर्ण जीवन का वर्णन होता है 

2. महाकाव्य में आठ या  आठ से अधिक सर्ग होते है

 3. महाकाव्य में अनेक छंदों का प्रयोग होता है

4. महाकाव्य में वीर,श्रगार, करुण रस की प्रधानता होती है |

खंडकाव्य 

1 . खंडकाव्य में जीवन के एक खंड का वर्णन होता है

2.खंडकाव्य में एक ही सर्ग

3. खंडकाव्य में एक ही छन्द का प्रयोग होता है 

4. खंडकाव्य में श्रृंगार व शांत रस की प्रधानता होती है 

अथवा

उपमा अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।

उत्तर:- उपमा अलंकार की परिभाषा = 

उत्तर- उपमा का अर्थ होता है  किसी एक वस्तु की किसी दूसरी वस्तु से समानता के आधार पर उसकी तुलना करना। ( किसी वस्तु की उसके किसी विशेष गुण के आधार पर या स्वभाव के आधार पर किसी दूसरी वस्तु से तुलना की जाती है) तो वहाँ उपमा अलंकार होता है।

 उदाहरण =

 1. सागर-सा गंभीर हृदय हो।

 2. पीपर पात सरिस मन डोला 

प्र.11 दोहा छन्द की परिभाषा उदाहरण सहित लिखिए।

उत्तर :- यह अर्द्धसममात्रिक छंद हे , इसमे चार चरण होते हैं और 24 मात्राओं की दो पंक्ति होती है जिसमे प्रथम और तृतीय चरण में 13-13 मात्राएँ तथा दूसरे और चौथे चरण में 11-11 मात्राएँ होती है दोहा एक मात्रिक छंद हे 

1. श्री गुरु चरण सरोज रज,निज मन मुकुर सुधार |

    बरनौ रघुबर ,विमल जस, जो दायक फल चार ||

2. रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून | 

     पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुष, चून ||

अथवा

रस की परिभाषा लिखते हुए रस के अंगों के नाम लिखिए।

उत्तर :- 

        किसी काव्य को पढ़ने सुनने या देखने से पाठक या दर्शक को जिस आनंद की अनुभूति होती है,उसे रस कहते हैं | 

रस के चार अंग होते हैं 

1. स्थायी भाव

2. विभाव

3. अनुभाव

4. संचारी 

प्र.12 गद्य की प्रमुख विधाओं के नाम लिखिए।

उत्तर:-

    गद्य की प्रमुख विधाएँ –

1. नाटक

2. उपन्यास

3. एकांकी

4. कहानी

5. निबंध

6. आलोचना |

अथवा

एकांकी की कोई दो विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर :-

   एकांकी की विशेषताएं –

1. एकांकी प्रायः एक ही घटना पर या जीवन की एक ही संवेदना पर आधारित होती है 

2. एकांकी में कथा का विकास बहुत तीव्र होता है 

प्र.13 राहुल सांकृत्यायन अथवा इरिशंकर परसाई की  → दो रचनाएँ लिखते ते हुए उनकी भाषा-शैली की विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर → 

  1.राहुल सांकृत्यायन  रचनाएं –  1 . घुमक्कड़ शास्त्र 2 . दिमागी गुलामी 3 . मेरी जीवन यात्रा 

भाषा शैली की दो विशेषताएँ –

1 . राहुल सांकृत्यायन ने व्यावहारिक खड़ी बोली में अपना साहित्य सृजन किया है

2 .   उनकी भाषा सरल सुबोध तथा प्रभावपूर्ण है

3 . राहुल सांकृत्यायन ने विषय तथा भाव के अनुसार वर्णनात्मक ,व्यंगात्मक  विवेचनात्मक आदि शैली का प्रयोग किया है

2 .इरिशंकर परसाई

 इरिशंकर परसाई जी की रचनाएँ 

1 . भूत के पांव पीछे 

2 . हंसते हैं रोते हैं

3 . तट की खोज 

4 . तिरछी रेखाएं

 हरिशंकर परसाई जी की भाषा शैली की विशेषताएं –

1. सामान्य बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया है 

2. इन्होंने अपनी रचनाओं में मुहावरे और लोकोक्ति का प्रयोग किया

3. संवाद शैली का प्रयोग व्यंग्यात्मक शैली का प्रधानता वर्णनात्मक शैली का प्रयोग तथा विशारात्मक व भावनात्मक शैली भी दिखाई देती है

प्र.14 तिब्बत में कानून व्यवस्था कैसी है? अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर :-

तिब्बत में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत ही खराब है जिसके कारण यात्रियों की स्थिति दयनीय थी । वहां पर पिस्तौल और बंदूक का उपयोग लाठी के स्थान पर किया जाता था। यहां की सरकार खूफिया विभाग और पुलिस पर ज्यादा खर्च नहीं करती हैं 

अथवा

लेखक श्यामाचरण दुबे ने उपभोक्तावादी संस्कृति को हमारे समाज के लिए चुनौती क्यों कहा है?

उत्तर :-  उपभोक्तावादी संस्कृति से हमारी सांस्कृतिक अस्मिता का हास हो रहा है। इसके कारण हमारी सामाजिक नींव खतरे में है । मनुष्य की इच्छाएं बढ़ती जा रहे हैं भविष्य के लिए है एक बड़ी चुनौती भी है

प्र.15 सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री के सामने पर्यावरण से संबंधित किन संभावित खतरों का चित्र खींचा होगा कि जिससे उनकी आँखें नम हो गई थी?

उत्तर :- पूर्व प्रधानमंत्री के समक्ष सालिम अली ने केरल की साइलेंट वैली को रेगिस्तानी हवाओं के झोंकों से होने वाले पर्यावरण संकट का चित्र खींचा होगा।  पर्यावरण के दूषित होने की भयंकरता के कारण उनकी आँखें नम हो गई होंगी।बाद उनके जीवन की दिशा पक्षी जगत की ओर मुड़ गई और वे पक्षी प्रेमी बन गए।

अथवा

‘प्रेमचंद के फटे जूते’ पाठ के आधार पर प्रेमचंद के व्यक्तित्व की दो विशेषताएँ लिखिए।

उत्तर:-  

      प्रेमचंद के व्यक्तित्व की विशेषताएँ-

(1) सादा जीवन- प्रेमचंद आडम्बर तथा दिखावापूर्ण जीवन से दूर रहते थे। वे गाँधीजी की तरह सादा जीवन जीते थे। 

(2) उच्च विचार – प्रेमचंद के विचार बहुत ही उच्च थे। वे सामाजिक बुराइयों से दूर रहे। वे इन बुराइयों से समझौता न कर सके।

प्र.16 निपात शब्द किसे कहते हैं? लिखिए।

उत्तर :- निपात शब्द-वे अव्यय जो किसी वाक्य या बात पर विशेष बल देते है, निपात शब्द कहलाते हैं।

उदाहरण- मात्र, तक, भी, ही, तो भर आदि।

अथवा

मुहावरे और लोकोक्ति में कोई दो अंतर लिखिए।

उत्तर:-

मुहावरे

1. मुहावरा वाक्य का अंश होता है।

2. मुहावरों में लक्षणा शक्ति होती है।

3. मुहावरे वाक्य के आदि. मध्य या अंत कहीं  भी आ सकते हैं।

लोकोक्ति

1. लोकोक्ति अपने आप में एक पूर्ण वाक्य होती है।

2. लोकोक्तियों में व्यंजना शक्ति में होती है।

3. लोकोक्ति वाक्य के अंत में ही आती है

प्र.17 गोलंबर के पास जनसंपर्क की गाड़ी क्या ऐलान कर रही थी?

उत्तर :-

        गोलंबर के पास जनसंपर्क की गाड़ी से यह ऐलान किया जा रहा था,कि बाढ़ का पानी रात में करीब 12 बजे तक लोहानीपुर, कंकड़बाग, और राजेंद्रनगर में घुस सकता है ,इसलिए लोगों को बाढ़ से सावधान होने की सलाह दी जा रही थी.

अथवा

मृदुला गर्ग अपनी नानी से क्यों प्रभावित थी?

उत्तर : – 

     मृदुला गर्ग अपनी नानी से  प्रभावित थी क्योंकि उसकी नानी स्वतंत्रता की भावना से प्रेरित थे तथा नानी एक स्वतंत्रता सेनानी भी थी।  और उन्होंने अपनी बेटी की शादी भी एक स्वतंत्रता सेनानी के साथ की थी

प्र.18 निम्नलिखित काव्यांश का संदर्भ-प्रसंग सहित भावार्थ लिखिए

 हस्ती चढ़िए ज्ञान कौ, सहज दुलीचा डारि। 

 स्वान रूप संसार है. भूकन दे झख मारि।। 

उत्तर :- सन्दर्भ – प्रस्तुत पद हमारी पाठ्यपुस्तक क्षितिज के पाठ कबीर की साखियां एवं सबद  से लिया गया है जिसके रचयिता कबीर दास जी

प्रसंग :-  प्रस्तुत पद में ज्ञान की महिमा के बारे में बताया है 

भावार्थ :- प्रस्तुत पद में कबीर दास जी ज्ञान की महिमा का वर्णन करते हुए कहते हैं कि लोगों को ज्ञान रूपी हाथी सहजता रूप ए कालीन बेचकर अपने पद पर चलना चाहिए क्योंकि यह संसार तो कुत्ते के समान है जो एक महान हाथी को चलते देखकर भोंकते रहते हैं और कुछ समय बाद स्वयं ही झक मार कर शांत हो जाते हैं । कहने का तात्पर्य है कि ज्ञान की प्राप्ति में लीन हुए साधक को देखकर यह संसार उसकी निंदा करता है परंतु हमें उनकी परवाह किए बगैर अपना कार्य करते रहना चाहिए

अथवा

मानुष हाँ तो वही रसखानि बसौं ब्रज गोकुल गाँव के ग्वारन ।

जौ पसु हीं तो कहा बस मेरो चरौं नित नंद की धेनु मॅझारन।।

उत्तर :- 

सन्दर्भ :- प्रस्तुत पद पंक्तियां हमारी पाठ्य पुस्तक क्षितिज के पाठ सवैये से लिया गया है जिसके रचयिता रसखान जी हैं

प्रसंग :- प्रस्तुत पद में कवि ने अपने आराध्य श्री कृष्ण के प्रति उनके लगाओ को प्रदर्शित किया है ।

भावार्थ :- प्रस्तुत पद में कवि रसखान जी ब्रज के प्रति लगाव का वर्णन करते हुए कहते हैं कि यदि मुझे आने वाले जन्म में मनुष्य का रूप मिले तो उन्हें गोकुल के गांव में ग्वाला के रूप में जन्म मिले यदि वह पशु बने तो नंद बाबा की गाय के रूप में जन्म मिले ।।

प्र.19 निम्नलिखित गद्यांश की सन्दर्भ-प्रसंग सहित व्याख्या लिखिए

मुंशी प्रेमचं बहुत दिन साथ रहते-रहते दोनों में भाईचारा हो गया था। दोनों आमने-सामने या दो कैलोठी आस-पास बैठे हुए एक दूसरे से मूक भाषा में विचार-विनिमय करते थे। एक, दूसरे के मन की बात कैसे समझ जाता. हम नहीं कह सकते। अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी, जिससे जीवों में श्रेष्ठता का दावा करने वाला मनुष्य वंचित है।

उत्तर:- 

सन्दर्भ:- प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक क्षितिज के पाठ दो बैलों की कथा से लिया गया है इसके लेखक मुंशी प्रेमचंद की है

प्रसंग :- प्रस्तुत गद्य  प्रेमचंद जी की कहानी दो बैलों कथा से ली गई है इसमे दोनों के बारे में बताया गया 

व्याख्या :- प्रस्तुत गद्यांश में दो वाले कथा कहानी का एकांश है जिसमें झूरी नाम के एक किसान के दो बैल थे हीरा और मोती दोनों बैल पछाई जाती के थे बहुत दिनों तक बहुत दिनों तक साथ दोनों बैलों में भाईचारा हो गया था दोनों बैल आमने-सामने या आस-पास बैठे हुए एक दूसरे से मुख भाषा में विचार विनिमय कर रहे थे जिसे देखकर लेखक के मन में यह बात आती है कि दोनों एक दूसरे की बात कैसे समझ जाते हैं यह इंसान नहीं समझ सकता अवश्य ही उन दोनों के पास कोई गुप्त शक्ति जरूर होगी। जो जीवो में श्रेष्ठ होने  का दावा करने वाला मनुष्य इस गुप्त शक्ति से वंचित है

अथवा

सांस्कृतिक अस्मिता की बात कितनी ही करें। परंपराओं का अवमूल्यन हुआ है, आस्थाओं का क्षरण हुआ है। कड़वा सच तो यह है कि हम बौद्धिक दासता स्वीकार कर रहे हैं. पश्चिम के सांस्कृतिक उपनिवेश बन रहे हैं। हमारी नई संस्कृति अनुकरण की संस्कृति है। हम आधुनिकता के झूठे प्रतिमान अपनाते जा रहे हैं।

 उत्तर:- 

सन्दर्भ :- प्रस्तुत गद्यांश हमारी पाठ्य पुस्तक क्षितिज के पाठ उपभोक्तावाद की संस्कृति से लिया गया है इसके लेखक श्याम चरण दुबे हैं

प्रसंग :- प्रस्तुत गद्यांश में यह बताया गया कि हमारी संस्कृति अनुकरण की संस्कृति है

व्याख्या :- प्रस्तुत गद्यांश में श्याम चरण दुबे जी संस्कृत अस्मिता का कड़वा सच बता रहे हैं हम सांस्कृतिक अस्मिता की बात कितनी ही कर ले परंतु यह सच है की परंपराओं का अवमूल्यन हुआ है, आस्था और कम होते जा रही हैं असली सच्चाई तो यह है कि हम बौद्धिक दास्तान स्वीकार करते जा रहे हैं पश्चिम के सांस्कृतिक उपनिवेश बन गए हैं हमारी जो संस्कृति है अनुकरण की संस्कृति बन गई है जो आधुनिकता के झूठे  प्रतिमान अपनाते जा रहे हैं

प्र.20 अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी के संबंध में दो मित्रों के मध्य संवाद लिखिए।

उत्तर :- 

अर्द्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी के संबंध में दो मित्रों के मध्य संवाद

1. राम 

2. श्याम

राम – मेरे प्रिय मित्र श्याम नमस्कार कैसे हैं आप ?

श्याम – नमस्कार मित्र मैं ठीक हूं आप कहिए आप कैसे हैं

राम – मैं भी ठीक हूं मित्र मैं आपसे कुछ पूछना चाहता हूं

श्याम – जी कहिए मित्र क्या पूछना चाहते हैं 

राम – आपकी अर्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी कैसी चल रही है 

श्याम – अभी तो मैंने इस बारे में कुछ सोचा नहीं है बस थोड़ी बहुत चल रही है 

राम – हां मैंने भी अर्धवार्षिक परीक्षा की कुछ खास तैयारी नहीं की है तो फिर क्या करें 

श्याम – क्यों ना हम मिलकर इसकी तैयारी करते हैं 

राम – हां यह बात आपने बहुत सही कहीं 

श्याम – तो फिर आज शाम से ही हम इसकी तैयारी करते हैं 

राम – ठीक है तो तैयारी के लिए मेरे घर पर ही आज से ही अर्धवार्षिक परीक्षा की तैयारी करने में जुट जाते हैं 

श्याम – तो ठीक है आप पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र तैयार रखिए मैं भी अपने पास से कुछ लेकर आता हूं 

राम -बहुत बढ़िया मिलते हैं शाम को

श्याम – नमस्कार

राम – जी भाई नमस्कार।

अथवा

जल संरक्षण के लिए एक विज्ञापन तैयार कर लिखिए।

उत्तर :- 

जल संरक्षण के लिए एक विज्ञापन 

जल ही जीवन हे 

जल है तो कल है, 

पानी बचाओ जीवन बचाओ, 

पानी नष्ट करना जीवन नष्ट करने के बराबर है

जल संरक्षण विभाग, मध्य प्रदेश सरकार

प्र.22 अपने विद्यालय के प्राचार्य को शाला शुल्क मुक्ति हेतु आवेदन पत्र लिखिए।

प्रति 

प्राचार्य महोदय जी 

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मेहरा पिपरिया

विषय – शुल्क मुक्ति हेतु आवेदन पत्र 

महोदय जी

        सनम्र निवेदन है कि मैं आपकी शाला का एक विद्यार्थी हूँ मैंने पिछले वर्ष अच्छे अंग से कक्षा पास की है और इस वर्ष भी में बहुत मेहनत करूंगा परंतु मेरे पिताजी एक गरीब इंसान है जो विद्यालय की शुल्क जमा नहीं कर सकते क्योंकि मेरे मेरा एक भाई भी है वह भी पढ़ाई कर रहा है और उसे भी फीस लग रही है अतः आपसे निवेदन है कि आप मेरे विद्यालय की शुल्क माफ करने की कृपा करें

दिनाँक- 01/08/2025

आपका आज्ञाकारी शिष्य

नाम – आ 

रोलनंबर – आपका रोलनंबर 

अथवा

अपने मित्र को जन्मदिन की बधाई देते हुए पत्र लिखिए।

उत्तर :-

श्री राम नगर 

शास्त्री वार्ड नंबर दो 

नई दिल्ली 1100000

दिनाँक 00/00/0000

प्रिय मित्रवर,                            

नमस्कार।

               मेरे प्रिय मित्र 24 अगस्त को आपका जन्मदिन है पिछले वर्ष मैं और आप दोनों मिलकर आपका जन्मदिन बहुत धूमधाम से मनायाथा लेकिन इस वर्ष में आपसे बहुत दूर हूं फिर भी मुझे आपके जन्मदिन का याद है मैं इस वर्ष आपको यहीं से इस पत्र के माध्यम से आपको जन्मदिन की बहुत सारी शुभकामनाएं देना चाहता हूं भगवान आपकी हर इच्छाएं पूर्ण करें इस कामना के साथ आपको जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं साथ ही मैं आपके लिए एक सुंदर सा को सूट भी पहुंचा रहा हूं जिससे आपको जन्मदिन में पहनना है और उसकी फोटो भी सेंड करनी है

जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं

       आपका वही नटखट मित्र अर्जुन सिंह

प्र.23 निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर रूपरेखा सहित सारगर्भित निबंध लिखिए –

(i) पर्यावरण प्रदूषण: कारण व निदान

(ii) जीवन में खेलों का महत्व

(iii) मेरी प्रिय पुस्तक

(iv) विद्यार्थी और अनुशासन

(v) इन्टरनेट आज के जीवन की आवश्यकता

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